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मां-बेटे की हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे कैदी ने बुधवार दोपहर संदिग्‍ध परिस्थितियों में जहर खा लिया।

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बिजनौर। मां-बेटे की हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे कैदी ने बुधवार दोपहर संदिग्‍ध परिस्थितियों में जहर खा लिया। जिसके बाद कारवास में हड़कंप मच गया। उसे तुरंत ही जिला अस्पताल में भर्ती करा दिया गया। कैदी ने एक जेल अधिकारी और स्टाफ पर जहर देने का आरोप लगाया है।नगीना के मोहल्ला आधान निवासी गीता सचदेवा और उसके बेटे गोलू की 2011 में हत्या कर दी गई थी। इस मामले में वहीं के डॉक्टर विवेक गुप्ता को पुलिस ने हत्या के आरोप में जेल भेजा था। कोर्ट ने विवेक गुप्ता को आजीवन करावास की सजा सुनाई थी। तभी से वह जेल में सजा काट रहा है।बुधवार दोपहर विवेक गुप्ता की हालत बिगड़ गई। उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। विवेक गुप्ता का आरोप है कि एक डिप्टी जेलर और तीन राइटर ने उसे जेल में जहर देकर मारने का प्रयास किया है। फिलहाल उसका उपचार चल रहा है। कैदी के पास डॉक्टरी की बीएएमएस डिग्री भी है।जेलर शैलेंद्र प्रताप ने बताया कि उसकी ड्यूटी काफी समय से जेल के अस्पताल वार्ड में लगी हुई थी, लेकिन वह बंदियों को परेशान कर रहा था। इसलिए उसे उसकी ड्यूटी वहां से हटा दी गई थी। दबाव बनाने के लिए किसी तरह के पदार्थ का सेवन किया। जहर देने का आरोप सरासर गलत है।

Report :- Desk
Posted Date :- 17-03-2021