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यूपीए सरकार ने 27 करोड़ लोगों को गरीबी रेखा से बाहर निकाला: यशपाल आर्य*

Desk

।नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि मोदी सरकार के नौ वर्ष के कार्यकाल ने देश की जनता को निराश किया है।उन्हें अब विपक्ष से सवाल पूछने की बजाए जनता के सवालों का जवाब देते हुए पिछले नौ वर्षों की सरकार का हिसाब देना चाहिए।यशपाल आर्य ने कहा जातिवाद की राजनीति एवं जनता से किए गए झूठे बड़े वादों करके भाजपा सरकार सत्ता पर काबिज हुई।अपना दायित्व देश के 135 करोड़ लोगों के प्रति है, लेकिन उन्हें हर समय सत्ता ही दिखाई देती है आर्य ने कहा कि तीन काले कृषि कानूनों को रद्द करते समय किसानों से किए गए समझौतों का लागू नहीं किया गया।दिसंबर तिमाही में देश पर विदेशी कर्ज सितंबर तिमाही के मुकाबले 1.2 फीसदी बढ़कर 613 अरब डॉलर के पार पहुंच गया है। 2014 तक रुपये की गिरावट को देश की साख और सरकार की नीतियों से जोड़ने वाले प्रधानमंत्री आज रुपये में रिकॉर्ड गिरावट को लेकर मौन क्यों हैं।एक डॉलर 82 रुपये से ऊपर पहुंच गया है। जबकि वर्ष 2014 में कांग्रेस सरकार के समय डॉलर के मुकाबले रुपए की कीमत 55-56 रुपये थी। रुपए में रिकॉर्ड गिरावट के कारण गिरते रुपये का सबसे बुरा असर महंगाई पर पड़ता है।यूपीए के शासन में कच्चे तेल की कीमत 120 डॉलर प्रति बैरल से ज्यादा थी, लेकिन पेट्रोल-डीजल की कीमतों को नियंत्रित रखा गया था। 16 मई, 2014 को दिल्ली में पेट्रोल का दाम 71.51 रुपये और डीजल का दाम 55 रुपये प्रति लीटर था। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चा तेल 75.11 डॉलर प्रति बैरल होने के बावजूद पेट्रोल के दाम 100 से ऊपर हैं और डीजल के दाम 95 रुपये के करीब हैं। कांग्रेस सरकार में सिलेंडर की कीमत 410 रुपये था।आज 1100 से ऊपर हो गई।बीते पांच सालों में 4.13 करोड़ प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों ने एक भी एलपीजी सिलेंडर रिफिल नहीं करवाया है। कुल 7.67 करोड़ प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के ऐसे लाभार्थी हैं जिन्होंने केवल एक एलपीजी सिलेंडर रिफिल करवाया है।उन्होंने कहा कि सरकार ने वर्ष 2016 में नोटबंदी करते समय और दो हजार के नोट लाते समय कहा था कि देश से काला धन खत्म होगा, भ्रष्टाचार खत्म होगा, आतंकवाद खत्म होगाभाजपा ने वर्ष 2014 में वादा किया था कि वह स्विस बैंक से काला धन वापस लाएगी और प्रत्येक व्यक्ति को 15-15 लाख देगी।यूपीए सरकार ने 27 करोड़ लोगों को गरीबी रेखा से बाहर निकाला था, मगर इस भाजपा सरकार के नौ साल के शासनकाल में 23 करोड़ लोग गरीबी रेखा के नीचे चले गए।चीन को लाल आंख दिखाने की बात करने वाले प्रधानमंत्री ने उसे 2020 में क्लीन चिट दे दी, जबकि वह आज भी हमारी जमीन पर कब्जा करके बैठा है।कोरोना के कारण 40 लाख से ज्यादा लोगों की मौत के बावजूद, मोदी सरकार ने उनके परिवारों को मुआवजा देने से इनकार कर दिया।

Report :- Desk
Posted Date :- 28-05-2023

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