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नोएडा-गाजियाबाद से दिल्ली-गुरुग्राम पहुंचने में नहीं मिलेगा ट्रैफिक, दिल्ली सरकार की ये परियोजनाएं बदल देंगी सूरत

Amit Sharma

आगामी सालों में दिल्ली-एनसीआर में यातायात और सुगम हो जाएगा। इसके लिए दिल्ली समेत यूपी और हरियाणा राज्य सरकारें भी कई अहम बड़े प्रोजेक्ट्स पर काम कर रही हैं। इस सबके पूरे होने के बाद नोएडा-गाजियाबाद से दिल्ली पहुंचना बेहद सुगम हो जाएगा। पिछले हफ्ते पेश बजट में दिल्ली सरकार ने भी नोएडा-गाजियाबाद से दिल्ली के लिंक मार्ग को बेहतर बनाने संबंधी कई घोषणाएं की थी। दिल्ली सरकार इन रूट्स से जुड़े छह बड़े प्रोजेक्ट पर काम रही है। इसमें से तीन पर निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। 

अगले डेढ़ साल के अंदर इन सभी प्रोजेक्ट को पूरा कर लिया जाएगा। दिल्ली सरकार ने तीन अन्य सिग्नल फ्री कॉरीडोर का भी प्रस्ताव दिया है। हालांकि ये अभी कागजी प्रक्रिया में उलझी हैं। इनकी फाइल अभी यूटीपैक में लंबित है। यहां से मंजूरी मिलने के बाद सरकार इस अहम प्रोजेक्ट पर काम शुरू करेगी। दिल्ली राज्य सरकार इन प्रोजेक्ट्स को सूबे में यातायात के लिहाज से बेहद अहम मान रही है। सरकार का मानना है कि परियोजना पूरी होने के बाद रिंग रोड पर आवाजाही में सहूलियत मिलेगी। साथ ही, सड़कों पर वाहनों का दबाव कम होगा। ट्रैफिक सिग्नल फ्री होने से वाहन फर्राटा भरते हुए निकल जाएंगे। इससे न सिर्फ समय, ईंधन की बचत होगी, बल्कि वायु प्रदूषण में कमी आएगी। 

अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली दिल्ली राज्य सरकार तीन अहम प्रोजेक्ट पर काम कर रही है – 

1- बारापूला फेज-3 के जरिए आईएनए को सीधे नोएडा लिंक रोड से जोड़ा जाएगा : केजरीवाल सरकार बारापूला फ्लाईओवर परियोजना पर तेजी से काम कर रही है। फिलहाल इसका निर्माण कार्य फेज-3 पर चल रहा है। इसके तहत यमुना पर पुल बनाया जाएगा। फिर इसे रिंग रोड पर सराय काले खां से मयूर विहार फेज-एक से जोड़ा जाएगा। इसके तैयार होने के बाद नोएडा लिंक और बारापूला फ्लाईओवर होते हुए नोएडा से आईएनए और सफदरजंग एयरपोर्ट तक पहुंचना सरल हो जाएगा। पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने इन प्रोजेक्ट के बारे में जानकारी दी। उनका कहना है कि इस परियोजना के लिए राज्य सरकार ने 946 करोड़ रुपये का टेंडर जारी किया था। 

दिसंबर, 2020 तक 725.96 करोड़ रुपये खर्च हुआ और प्रोजेक्ट का 81.5 फीसदी काम पूरा कर लिया गया। 8.5 एकड़ भूमि के 750 मीटर के हिस्से पर फ्लाईओवर का कार्य चल रहा है। दिसंबर, 2022 तक इसे पूरा कर लिया जाएगा। आम लोगों के लिए खोलने के बाद नोएडा-पूर्वी दिल्ली से जेएनयू स्टेडियम और आईएनए के बीच यात्रा करने वाले लोगों को बड़ा लाभ मिलेगा। दरअसल यह पूरा रूट सिग्नल फ्री हो जाएगा। इससे रोजाना जाने वाले मुसाफिर आसानी से मंजिल तक पहुंच जाएंगे। बारापूला एलिवेटेड रोड से एम्स, इंडिया गेट, लोदी रोड, इंडिया हैबीटेट सेंटर की तरफ जाने वालों को भी लाभ मिलेगा। 

2- आश्रम फ्लाईओवर को  डीएनडी से लिंक किया जाएगा : दिल्ली सरकार आश्रम फ्लाईओवर का कर इसे नोएडा डीएनडी तक पहुंचाएगी। इससे रिंग रोड से डीएनडी की आवाजाही सिग्नल फ्री हो जाएगी। नोएडा से आने वाले वाहनों को रिंग रोड के जाम में नहीं फंसना होगा। साथ ही दिल्ली राज्य सरकार आश्रम फ्लाईओवर से आगे रिंग रोड का भी चौड़ीकरण कराएगी। ताकि फ्लाईओवर के निचले हिस्से में भी जाम न लगे। अधिकारियों के मुताबिक प्रोजेक्ट की अनुमानित कीमत करीब 128.79 करोड़ रुपये है। मार्च 2022 तक इसे पूरा करने की समय सीमा रखी गई है। 

3- रिंग रोड-डीएनडी व भैरो मार्ग के बीच के हिस्से का चौड़ीकरण किया जाएगा : अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली राज्य सरकार रिंग रोड के डीएनडी व भैरो मार्ग के बीच के हिस्से के कॉरिडोर को सुविधाजनक बनाएगी। इस प्रोजेक्ट पर 777 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसका 77 फीसदी हिस्सा पूरा हो गया है। अगले दो महीने में इसे पूरी तरह तैयार कर लिया जाएगा। आम जनता के लिए यह रूट खुलने के बाद निजामुद्दीन, सराय काले खां व भैरो मार्ग टी प्वाइंट पर लगने वाले जाम से मुक्ति मिलेगी। 

4- गाजियाबाद से भी आवाजाही सुगम होगी : केजरीवाल सरकार आनंद विहार को टीकरी से एलिवेटेड रोड व टनल के जरिए जोड़ने की परियोजना पर काम कर रही है। पूरा कॉरिडोर सिग्नल फ्री बनेगा। इसी के साथ सिग्नेचर ब्रिज से एक सिग्नल फ्री कॉरिडोर आईजीआई एयरपोर्ट तक तैयार किया जाएगा। एक अन्य प्रोजेक्ट के तहत सिग्नेचर ब्रिज से दूसरा कॉरिडोर यमुना नदी के साथ-साथ डीएनडी से जुड़ेगा। बीच से इसे आनंद विहार-टीकरी एलिवेटेड रोड से भी जोड़ा जाएगा। इन सभी परियोजनाओं के पूरा होने के बाद नोएडा व गाजियाबाद से आने वाले वाहनों को टीकरी बॉर्डर व एयरपोर्ट तक सिग्नल नहीं मिलेगा।

Report :- Amit Sharma
Posted Date :- 12-03-2021