
कोतवाली एवं थानों में आए दिन फरियाद लेकर पहुंचने वाली चोटिल महिलाओं को अब मौके पर ही उपचार मिलेगा।
बिजनौर। कोतवाली एवं थानों में आए दिन फरियाद लेकर पहुंचने वाली चोटिल महिलाओं को अब मौके पर ही उपचार मिलेगा। वहीं पर उनकी मरहम पट्टी होगी। साथ ही प्राथमिक उपचार संबंधी ब्लड प्रेशर, बुखार आदि की जांच भी की जाएगी। मिशन शक्ति के तहत महिला कांस्टेबलों को अस्पतालों में विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है, ताकि महिला स्टाफ समेत थाने में आने वाली पीड़िताओं को उपचार भी मिल सके। इसके लिए थानों को टूल किट भी उपलब्ध कराई जा रही है।शासन की मंशा है कि महिलाओं को हर क्षेत्र में सम्मान मिले। उनकी सुरक्षा, सम्मान व स्वावलंबन का विशेष ध्यान रखा जाए। इसके तहत प्रत्येक थानों में महिला हेल्प डेस्क बनाए गए हैं। महिला कांस्टेबलों के जरिए पीड़िताओं की समस्याएं सुनी जाएं। खास बात यह है कि महिलाओं की सुरक्षा व सम्मान की इस कड़ी में स्वास्थ्य पर भी विशेष जोर दिया गया है। अब थाने में आने वाली हर चोटिल महिलाओं को उनकी फरियाद सुनने के साथ-साथ पहले प्राथमिक उपचार दिए जाने की व्यवस्था की गई है। महिला सिपाही उनकी मरहम पट्टी करने के साथ-साथ उनका ब्लड प्रेशर व बुखार आदि भी मापेंगी। इसके लिए जनपद के समस्त थाने से महिला कांस्टेबलों को संबंधित क्षेत्रों के अस्पतालों में विशेष स्वास्थ्य प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जो पीड़िताओं के साथ-साथ अन्य स्टाफ का प्राथमिक उपचार करने में सहयोगी बनेंगी। प्रभारी निरीक्षक पंकज तोमर ने बताया कि कोतवाली की दो महिला कांस्टेबल को प्रशिक्षण दिया गया है। उन्हें स्वास्थ्य विभाग की ओर से दवाइयों व उपकरण आदि की किट भी उपलब्ध कराई गई है। प्रशिक्षित कांस्टेबल द्वारा पीड़िताओं को फर्स्ट एड भी दी जा रही है।
