अपराध

इज्जत के नाम पर 13 साल की बेटी का कत्ल कर शव को फूंका, मिली सजा

Desk

मां-बाप और चाचा ने इज्जत के नाम पर 13 की बेटी का कत्ल करके जला दिया। मामले में अब तीनों को उनके इस कर्म की सजा मिली है। तीनों की सारी जिंदगी अब जेल में बीतेगी। घटना हरियाणा के हिसा अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश पुरुषोत्तम कुमार की अदालत ने इज्जत के नाम पर 13 साल की बेटी की हत्या व शव खुर्द-बुर्द करने के जुर्म में गांव सुलखनी निवासी मृतका के पिता रामचंद्र, मां शरबती देवी और चाचा राजा को उम्रकैद व 15 हजार रुपये जुर्माने की सजा सुनाई है। जुर्माना न भरने पर उन्हें छह महीने की अतिरिक्त कैद भुगतनी होगी। अदालत ने तीनों को शनिवार को दोषी करार दिया था। पुलिस ने इस बारे में 1 अगस्त 2015 को केस दर्ज किया था। बरवाला थाना के एसए इएएसआई वेदपाल सिंह ने थाना में शिकायत देकर कहा था कि उसे खुफिया तौर पर पता चला है कि गांव सुलखनी के रामचंद्र ने अपनी पत्नी शरबती देवी और छोटे भाई राजा की मदद से 13 साल की बेटी का दो दिन पहले वाली रात गला दबाकर कत्ल कर दिया।
उनको लड़की के चाल-चलन पर शक था। इसी संदेह के चलते तीनों ने इज्जत के नाम पर लड़की की हत्या कर दी और रात को गुपचुप तरीके से शव को श्मशान घाट में ले जाकर जला दिया। बरवाला थाना पुलिस ने रामचंद्र, उसकी पत्नी शरबती और चाचा राजा के खिलाफ हत्या और शव खुर्द-बुर्द करने का केस दर्ज किया था। बरवाला थाना पुलिस अपने खुफिया तंत्र से जानकारी मिलने के बाद सुलखनी के श्मशान घाट में पहुंची थी और मृतका की हड्डी व राख कब्जे में ले ली थी। पुलिस ने तीनों आरोपियों को अरेस्ट कर पूछताछ की तो उन्होंने बताया था कि लड़की रात को चारपाई पर सो रही थी।
तभी पति-पत्नी ने उसके हाथ-पैर दबोच लिए और चाचा ने गला दबाकर उसे मार डाला। बाद में बाइक पर शव श्मशान घाट ले जाया गया और फिर शव जला दिया गया। देर रात श्मशान घाट में गुप-चुप तरीके से शव जलाने की बात गांव में फैल गई थी।
गांव में चौपाल और चौराहों पर यह हत्या चर्चा का विषय बन गई थी और बात पुलिस तक पहुंच गई थी। पुलिस ने मृतका के माता-पिता और चाचा को गिरफ्तार कर पूछताछ की तो हत्या का राजफाश हो गया था।

Report :- Desk
Posted Date :- 09/11/2016

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